कोरोना से बचना है तो मास्क को लेकर इन नियमों को मानना होगा

कोरोना से बचना है तो मास्क को लेकर इन नियमों को मानना होगा

सेहतराग टीम

जब से लॉकडाउन में छूट दी गयी है तब से लोगों को बेपरवाह होकर सड़कों पर घूमते हुए देखा जा रहा है। उनमें से कई लोग तो बिना मास्क के भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में ये आपके लिए खतरनाक तो है ही बल्कि उन सब के लिए है जो आपके पास रहते हैं। अगर आप मास्क पहनने में कोताही बरत रहे हैं तो हम आपको बता दें कि मास्क पहनने से न सिर्फ कोरोना से बचेंगे बल्कि कई अन्य बीमारियों से भी बचेंगे।

पढ़ें- कोरोना वायरस की हर जानकारी और मदद के लिए यहां देखें राज्यवार हेल्पलाइन नंबर

सीडीसी (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अगर यही हाल रहा तो अगले कुछ महीने में भारत की 50 फीसदी आबादी कोरोना से प्रभावित हो जाएगी। लेकिन साथ ही सीडीसी ने यह भी कहा है कि कोरोना पीड़ित इस आबादी में बड़ा हिस्सा उन लोगों का होगा, जिनमें संक्रमण के लक्षण पता भी नहीं चलेंगे। ऐसे लोग भी होंगे जो बीमार होकर इम्यून भी हो जाएंगे लेकिन उन्हें खुद नहीं पता होगा कि वे कोरोना का शिकार थे। यह बात इसलिए भी कोरोना से जुड़े मामलों पर फिट बैठती दिखाई दे रही है क्योंकि हमारे देश में युवा वर्ग की बड़ी संख्या है। इनकी इम्युनिटी पॉवर अच्छी होती है और कोरोना को हराने में इस रोग प्रतिरोधक क्षमता का बड़ा योगदान होता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मास्क कोरोना वायरस से बचने की गारंटी नहीं है लेकिन लोगों को प्रोटेक्ट करने में सहायक है। हमारे लिए जरूरी है कि कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों पर ब्रेक लगाने के लिए हम सभी अपनी तरफ से पूरी सतर्कता बरतें और हाइजीन का पूरा ध्यान रखें। कोरोना के वायरस की चपेट में आने से बचाने और इस वायरस को फैलने से रोकने में मास्क का बड़ा महत्वपूर्ण रोल नजर आ रहा है।

ऐसे काम कर रहा है मास्क

  1. आप मास्क के कारगर होनेवाली बात को इस तरह समझ सकते हैं कि पास-पास बैठे दो लोगों में अगर एक कोरोना संक्रमित है और दूसरा कोरोना संक्रमित नहीं है। लेकिन दोनों ने ही मास्क पहन रखे हैं। तो इस स्थिति में जो व्यक्ति संक्रमित है, उसके मुंह से निकलनेवाले ड्रॉपलेट्स बेहद कम मात्रा में बाहर जा पाएंगे।
  2. जो ड्रॉपलेट्स सांस के जरिए हवा में जाएंगे भी वे दूसरे व्यक्ति की सांसों में इसलिए नहीं जा पाएंगे क्योंकि उसने भी मास्क पहना हुआ है। साथ ही अगर ये किसी तरह सांस में चले भी जाते हैं तो इनकी मात्रा बेहद कम होगी। ऐसे में ये शरीर पर तुरंत अटैक नहीं कर पाएंगे और जब तक इतनी संख्या में खुद को विकसित करेंगे कि शरीर को रोगी बना सकें। तब तक आपकी इम्युनिटी इन्हें खत्म कर देगी।
  3. अगर आपमें कोरोना लक्षण आते हैं तो तुरंत ट्रीटमेंट पाकर आप जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं। वहीं, अगर मास्क का उपयोग ना किया जाए तो बीमार व्यक्ति की सांसों और मुंह से बड़ी मात्रा में कोरोना ड्रॉपलेट्स हवा में आएंगे और आस-पास बैठे लोगों को बड़ी संख्या में प्रभावित कर गंभीर रूप से बीमार बना सकते हैं।

मास्क पहनने के दौरान ये सावधानियां हैं बेहद जरूरी हैं।

  • मास्क पहनने के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि मास्क को बार-बार टच न करें।
  • बाहर से आने के बाद पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह धुलें या सैनिटाइज करें, इसके बाद ही मास्क को उतारें।
  • दोबारा उपयोग किए जाने वाले मास्क को तेज गर्म पानी में भिगोकर, अच्छी तरह से धोकर और धूप में सुखाकर ही उपयोग करें।

 

इसे भी पढ़ें-

महामारी के दौरान ऐसा करने पर मिलेगी सजा, जानें सारे नियमों को...

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।